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सैन्य शक्ति के मामले में भारत दुनिया में चौथे स्थान पर, चीनी सेना सबसे अधिक शक्तिशाली

सैन्य शक्ति के मामले में भारत दुनिया में चौथे स्थान पर, चीनी सेना सबसे अधिक शक्तिशाली

Mar 21, 2021
03:10 pm

क्या है खबर?

भारत सैन्य शक्ति के मामले में पूरी दुनिया में चौथे स्थान पर है। रक्षा मामलों की वेबसाइट 'मिलिट्री डायरेक्ट' के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।

रविवार को जारी किए गए इस अध्ययन के अनुसार, भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे अधिक शक्तिशाली सेना है।

चौंकाने वाली बात यह है कि इस अध्ययन में चीनी सेना को दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना बताया गया है, वहीं अमेरिका दूसरे नंबर पर है।

सूचकांक

शीर्ष पांच में शामिल देशों को मिले 100 में से इतने अंक

मिलिट्री डायरेक्ट के 'सैन्य ताकत सूचकांक' में चीन को 100 में से सबसे अधिक 82 अंक दिए गए हैं। इसमें कहा गया है, "बजट, सैनिकों की संख्या और वायु और नौसैनिक क्षमता पर आधारित इन अंकों से पता चलता है कि किसी काल्पनिक संघर्ष में चीन विजेता बनेगा।"

सूचकांक में अमेरिका को 74 अंक दिए गए हैं, वहीं 69 अंक के साथ रूस तीसरे, 61 अंक के साथ भारत चौथे और 58 अंक के साथ फ्रांस पांचवें स्थान पर है।

अध्ययन

सैन्य बजट के मामले में अमेरिका सबसे आगे

सैन्य बजट की बात करें तो अध्ययन के अनुसार, अमेरिका का सैन्य बजट दुनिया में सबसे अधिक है और वह हर साल अपनी सेना पर 732 अरब डॉलर खर्च करता है।

261 अरब डॉलर के साथ चीन दूसरे स्थान पर है, हालांकि इतने कम बजट के बावजूद वह सैन्य ताकत के मामले में अमेरिका से आगे निकल गया है।

71 अरब डॉलर सैन्य बजट के साथ भारत इस सूची में तीसरे स्थान पर है।

विश्लेषण

हवा में अमेरिका, समुद्र में चीन और जमीन पर रूस भारी

अध्ययन में कहा गया है कि काल्पनिक टकराव की स्थिति में चीन समुद्र में, अमेरिका हवा में और रूस जमीन पर जीतने में कामयाब रहेगा।

अमेरिका अपने 14,141 हवाई लड़ाकू विमानों के साथ रूस (4,682) और चीन (3,587) को हवाई युद्ध में मात दे देगा। वहीं 54,866 जमीनी लड़ाकू वाहनों के साथ रूस अमेरिका (50,326) और चीन (41,641) को हरा देगा।

इसी तरह 406 जहाजों के साथ चीन रूस (278) और अमेरिका (202) से समुद्री लड़ाई जीतने में कामयाब रहेगा।

जानकारी

इन चीजों के आधार पर बनाया गया सैन्य शक्ति का सूचकांक

अध्ययन के अनुसार, सैन्य बजट, सक्रिय और असक्रिय सैन्य कर्मियों की संख्या, वायु, समुद्री, जमीनी और परमाणु संसाधनों, औसत वेतन और उपकरणों की संख्या जैसी तमाम चीजों को ध्यान में रखने के बाद यह सूचकांक तैयार किया गया है।

अन्य रिपोर्ट

2028 तक अर्थव्यवस्था के मामले में भी अमेरिका को पीछे छोड़ देगा चीन

गौरतलब है कि यह रिपोर्ट ऐसे समय पर सामने आई है जब अमेरिका और चीन में तनाव चरम पर बना हुआ है और एक रिपोर्ट में चीन के जल्द ही अमेरिका को पछाड़ सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की भविष्यवाणी भी की गई है।

ब्रिटेन के सेंटर फॉर इकॉनोमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) के अनुसार, चीन पूर्व के अनुमानों से पांच साल पहले 2028 में ही अमेरिका को पीछे छोड़ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

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