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केरल के इस अनोखे त्योहार में महिला बनते हैं पुरुष, पहचान करना हो जाता है मुश्किल
केरल का अनोखा त्योहार, जिसमें महिलाओं की तरह सजतें हैं पुरुष

केरल के इस अनोखे त्योहार में महिला बनते हैं पुरुष, पहचान करना हो जाता है मुश्किल

लेखन अंजली
Mar 28, 2023
01:38 pm

क्या है खबर?

अमूमन आपने फिल्मों और सीरियल्स में कई बार पुरुषों को महिलाओं का रूप धारण करते हुए अभिनय करते देखा होगा। हालांकि, केरल में हर साल एक ऐसा त्योहार मनाया जाता है, जिसमें कई पुरुष महिलाओं के कपड़े पहनकर उनकी तरह ही श्रृंगार करते हैं। इसके बाद पुरुषों के लुक को लेकर प्रतियोगिता भी होती है और उनमें से किसी एक को विजेता घोषित किया जाता है। आइए इस त्योहार और इस बार के विजेता के बारे में जानते हैं।

त्यौहार

कोट्टंकुलंगार श्री देवी मंदिर में आयोजित होता है त्योहार

चमयाविलक्कू नामक यह त्योहार हर साल केरल के कोल्लम जिले में स्थित कोट्टंकुलंगार श्रीदेवी मंदिर में आयोजित किया जाता है। यह त्योहार मार्च के महीने में 10-12 दिनों के लिए मनाया जाता है और इसके आखिरी दिन पुरुष अपनी दाढ़ी-मूंछ हटवाकर महिलाओं के कपड़े और ज्वेलरी पहनते हैं और श्रृंगार भी करते हैं। आश्चर्य की बात यह है कि केरल ही नहीं, बल्कि अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों से भी कई पुरुष भगवान को खुश करने के लिए यहां आते हैं।

मान्यता

क्या है इस त्योहार की मान्यता?

यह त्योहार इस अनोखी परंपरा के साथ कई वर्षों से मनाया जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि महिलाओं का रूप लेकर मंदिर में पूजा करने से पुरुषों की हर मनोकामना पूरी होती है। महिलाओं की तरह सजने के बाद पुरुषों की यात्रा निकाली जाती है। इस त्योहार का जश्न मनाने में ट्रांसजेंडर समुदाय भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है। इस त्योहार को लेकर कई स्थानीय लोक कथाएं भी प्रचलित हैं।

लोक कथा

चरवाहों से शुरू हुई थी परंपरा

एक लोक कथा के अनुसार, काफी समय पहले कुछ चरवाहों ने एक नारियल को जंगल में मिले एक पत्थर पर तोड़ा तो पत्थर से खून निकलने लगा, जिसके उन्होंने स्थानीय लोगों को इसके बारे में बताया। जब ज्योतिषियों ने कहा कि पत्थर में वनदुर्गा की अलौकिक शक्तियां हैं तो ग्रामीणों ने मंदिर का निर्माण करवाया, लेकिन केवल लड़कियों को ही यहां पूजा करने की अनुमति थी। कुछ समय बाद स्थानीय पुरुष महिलाओं का रूप धारण करके मंदिर जाने लगे।

प्रतियोगिता

मेकअप आर्टिस्ट करते हैं पुरुषों को तैयार

आमतौर पर मंदिर परिसर में ही परिवर के अन्य सदस्य या मेकअप आर्टिस्ट पुरुषों को तैयार करते हैं। इस बार केरल के व्यक्ति ने ही इस त्योहार की प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया है। अगर आप इस त्योहार में जाने की योजना बनाते हैं तो महिलाओं जैसा रूप धारण करके प्रतियोगिता का हिस्सा बनाने के लिए आपको वहां आसपास कई पार्लर दिख जाएंगे।

ट्विटर पोस्ट

यह व्यक्ति जीता प्रतियोगिता

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