
यूक्रेन पर हमला करने पर डोनाल्ड ट्रंप ने व्लादिमीर पुतिन को 'बिल्कुल पागल' कहा
क्या है खबर?
शांति बातचीत के बाद रूस द्वारा एक बार फिर यूक्रेन पर हमला करने से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से नाराज हो गए और उन्हें 'पागल' कहा।
उन्होंने सोशल मीडिया ट्रुथ पर लिखा कि पुतिन बेवजह लोगों को मार रहे हैं और वह 'बिल्कुल पागल' हो गए हैं।
ट्रंप ने पुतिन को चेतावनी भी दी कि मॉस्को का यूक्रेन पर पूर्ण कब्जा करने का कोई भी प्रयास "रूस के पतन का कारण बनेगा।
बयान
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने लिखा, 'व्लादिमीर पुतिन के साथ मेरे हमेशा से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन उनके साथ कुछ हुआ है। वह बिल्कुल पागल हो गए हैं! वह बेवजह बहुत से लोगों को मार रहे हैं, और मैं सिर्फ़ सैनिकों की बात नहीं कर रहा हूं। बिना किसी कारण के यूक्रेन के शहरों में मिसाइल और ड्रोन दागे जा रहे हैं। मैंने हमेशा कहा है कि वह यूक्रेन का सिर्फ़ एक टुकड़ा नहीं, बल्कि पूरा यूक्रेन चाहते हैं।'
नाराजी
ऐसे तो रूस का पतन होगा- ट्रंप
ट्रंप ने आगे लिखा कि पुतिन यूक्रेन पर पूरा कब्जा चाहते हैं और शायद यह सही साबित हो रहा है, लेकिन अगर पुतिन ऐसा करते हैं, तो इससे रूस का पतन हो जाएगा!
ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की को भी निशाने पर लिया और लिखा कि राष्ट्रपति जेलेंस्की जिस तरह बात करते हैं, उससे वह अपने देश का भला नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने लिखा कि जेलेंस्की के मुंह से निकलने वाली हर बात समस्याएं पैदा करती हैं।
बातचीत
बंद हो जाए बातचीत- ट्रंप
ट्रंप ने लिखा कि उन्हें राष्ट्रपति जेलेंस्की की बात पसंद नहीं है, और बेहतर होगा कि इसे रोक दिया जाए।
उन्होंने लिखा, 'यह एक ऐसा युद्ध है जो अगर मैं राष्ट्रपति होता तो कभी शुरू नहीं होता। यह जेलेंस्की, पुतिन और बाइडेन (पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन) का युद्ध है, "ट्रंप का" नहीं, मैं सिर्फ बड़ी और बदसूरत आग को बुझाने में मदद कर रहा हूं, जो घोर अक्षमता और नफरत के जरिए शुरू की गई है।'
हमला
रूस ने तेज कर दिया है हमला
रूस और यूक्रेन के बीच जब तनाव थोड़ा शांत हो रहा था, तभी रूस ने रविवार को एक बार फिर कीव समेत कई जगह हवाई हमला कर दिया।
इस हमले में 8 और 12 साल के 2 बच्चे समेत 13 लोगों की मौत हुई है और 43 घायल हैं।
दोनों देशों के बीच फरवरी 2022 में हमला शुरू हुआ था। इस हमले के बाद पहली बार दोनों देशों ने एक दूसरे के 360 कैदियों, सैनिकों और नागरिकों वापस किए थे।